Dosti Shayari – Hindi Dosti Shayari | जिग्री दोस्ती शायरी

Dosti Shayari 2024 : आपको इस पोस्ट में दोस्ती पर शायरी (Dost Shayari) लिखे है अगर आपको कोई जिग्री दोस्त है तो आप उसके लिए सोशल मीडया पर शेयर कर सकते है सच्चा मित्र उसी व्यक्ति को कहा जाता है जो हमारे जीवन के हर मुसीबत में साथ दे वैसे तो सुखी में सभी लोग साथ होते है लेकिन सच्चा मित्र वही होता है।

जो हमारे जीवन के हर मोड़ पर खड़ा रहे चाहे वह मोड़ कितना भी कठिन क्यों न हो सच्चा मित्र हमेसा सुख दुःख में साथ रहता है वह कभी हमारा साथ नहीं छोड़ता है।

सच्चा मित्र हमेसा हपने मित्र के बारे में अच्छा ही सोचता है और अपने मित्र सफलता हासिल कराने में उसकी मदद करता है इसलिए कहाँ जाता है की वह व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होता है, जिसके पास सच्चा मित्र होता है क्योकि अपने जीवन में कहने के लिए बहुत से मित्र बन जाते है।

लेकिन सच्चा मित्र वही होता है, जो सिर्फ कहने के लिए नहीं बल्कि जीवनभर हमारा साथ दे और सच्चा मित्र बनकर रहे, बहुत सारे लोग अपने सच्चे मित्र के लिए Dosti Shayari शेयर करते है, इसलिए हम आपके लिए Best  Best Dosti Ke Upar Shayari Hindi में उपलब्द किये है आप पढ़ सकते है

Hindi Dosti Shayari in Hindi

(1)

लोग रूप देखते है ,हम दिल देखते है,
लोग सपने देखते है हम हक़ीकत देखते है,
लोग दुनिया मे दोस्त देखते है,
हम दोस्तो मे दुनिया देखते है.

(2)

करो कुछ ऐसा दोस्ती में
की ‘Thanks & Sorry’ words बे-ईमान लगे,
निभाओ यारी ऐसे के ‘यार को छोड़ना मुश्किल’
और दुनिया छोड़ना आसान लगे…

(3)

इश्क़ और दोस्ती मेरी ज़िन्दगी के दो जहाँ है,
इश्क़ मेरा रूह तो दोस्ती मेरा इमां है,
इश्क़ पे कर दूँ फ़िदा अपनी ज़िन्दगी,
मगर दोस्ती पे तो मेरा इश्क़ भी कुर्बान है.

(4)

इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है,
इश्क मेरी रुह, तो दोस्ती मेरा ईमान है,
इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी,
पर दोस्ती पर, मेरा इश्क भी कुर्बान है.

(5)

दिल मे एक शोर सा हो रहा है,
बिन आप के दिल बोर हो रहा है,
बहुत कम याद करते हो आप हमे.
कही ऐसा तो नही की,
ये दोस्ती का रिस्ता कंज़ोर हो रा है.

(6)

मौत एक सच्चाई है उसमे कोई ऐब नहीं,
क्या लेके जाओगे यारों कफ़न में कोई जेब नहीं.

(7)

आँखों से बरसात होती हैं
जब आपकी याद साथ होती है,
जब भी busy रहे मेरा cell तो समझ लेना,
आपकी होने वाली भाभी से मेरी बात होती हैं.

(8)

घर से बाहर कोलेज जाने के लिए वो नकाब मे निकली….
सारी गली उनके पीछे निकली…
इनकार करते थे वो हमारी मोहबत से…….
और हमारी ही तसवीर उनकी किताब से निकली……

(9)

कोई खुशियों की चाह में रोया
कोई दुखों की पनाह में रोया..
अजीब सिलसिला हैं ये ज़िंदगी का..
कोई भरोसे के लिए रोया..
कोई भरोसा कर के रोया..

(10)

वक्त बदल जाता है जिंदगी के साथ,
जिंदगी बदल जाती है वक्त के साथ,
वक्त नहीं बदलता दोस्तों के साथ,
बस दोस्त बदल जाते हैं वक्त के साथ.

(11)

उस जैसा मोती पूरे समंद्र में नही है,
वो चीज़ माँग रहा हूँ जो मुक़्दर मे नही है,
किस्मत का लिखा तो मिल जाएगा मेरे ख़ुदा,
वो चीज़ अदा कर जो किस्मत में नही है…

(12)

गुलाम बनकर जिओगे तो.
कुत्ता समजकर लात मारेगी तुम्हे ये दुनिया
नवाब बनकर जिओगे तो,
सलाम ठोकेगी ये दुनिया….
“दम” कपड़ो में नहीं,
जिगर में रखो….

(13)

बात अगर कपड़ो में होती तो, सफ़ेद कफ़न में,
लिपटा हुआ मुर्दा भी “सुल्तान मिर्ज़ा” होता.

(14)

हर रिश्ते में विश्वास रहने दो;
जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो;
यही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने का;
न खुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो..!

(15)

इश्क़ और दोस्ती मेरी ज़िन्दगी के दो जहाँ है,
इश्क़ मेरा रूह तो दोस्ती मेरा इमां है,
इश्क़ पे कर दूँ फ़िदा अपनी ज़िन्दगी,
मगर दोस्ती पे तो मेरा इश्क़ भी कुर्बान है।

(16)

छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर,
जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर,
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर.

(17)

जादू है उसकी हर एक बात मे,
याद बहुत आती है दिन और रात मे,
कल जब देखा था मैने सपना रात मे,
तब भी उसका ही हाथ था मेरे हाथ मे…

(18)

जिस हॉस्पिटल के हम डॉक्टर हैं,
हमारी पत्नी वहा की नर्स हैं,
क्या अजीब ज़ुल्म सहना पड़ता हैं,
अपनी ही बीवी को सिस्टर कहना पड़ता हें।

(19)

दिल मे एक शोर सा हो रहा है.
बिन आप के दिल बोर हो रहा है.
बहुत कम याद करते हो आप हमे.
कही ऐसा तो नही की…
ये दोस्ती का रिस्ता कंज़ोर हो रा है.

(20)

माना के किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही….
पर ये सच ह के मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही,
उस के दिल मे, उसकी यादो मे कोई और है लेकिन,
मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नही..

Dosti Shayari Attitude

(21)

है ये सफर लंबा ही सही , मिलते रहे हम , हमेशा ,ऐ बेहना…………..
तेरी भी दुआएं सफर में शामिल रहें, ऐ बेहना , ………….
होगयी बिदा तू ,ऐ बेहना , ……………
फिर भी हर सुख – दुःख में वो साथ रही ,ऐ बेहना , …………..
हर लम्हा। हर पल मिलती रहे खुशियाँ तुझे , ऐ बेहना , ………………
दुआएं मेरी भी ये ही रही तुझे , ऐ बेहना , …………….
है ये सफर लंबा ही सही , मिलते रहे हम , हमेशा ,ऐ बेहना………………
देता रहूँ तुझे हमेसा , जो तू चाहे ,ऐ बेहना , ………………..
बांधा है तूने हर दुआओं का बंधन इस राखी में , ऐ बेहना , ……………
अर्ज है इतनी सी उस खुदा से , ऐ बेहना………….
है ये सफर लंबा ही सही , मिलते रहे हम , हमेशा ,ऐ बेहना………….
रहूँ दूर तुझसे भले ही सही , असर है दुआओं में तेरी , ऐ बेहना……………
है ये सफर लंबा ही सही , मिलते रहे हम , हमेशा ,ऐ बेहना………………..

(22)

मोहब्बत का नतीजा,
दुनिया में हमने बुरा देखा,
जिन्हे दावा था वफ़ा का,
उन्हें भी हमने बेवफा देखा.

(23)

तुम आये तो लगा हर खुशी आ गई,
यू लगा जैसे ज़िन्दगी आ गईज़
था जिस घड़ी का मुझे कब से इंतज़ार,
अचानक वो मेरे करीब आ गई …

(24)

शिव की ज्योति से प्रकाश बढ़ता है,
जो भी जाता है भोले के द्वार,
कुछ ना कुछ उससे ज़रूर मिलता है!

(25)

सारा जहाँ है जिसकी शरण मैं,
नमन है उस शिव के चरण में,
बने उस शिव के चरणो की धूल,
आओ मिलकर चढ़ाये हम श्रद्धा के फूल.

(26)

ज़िन्दगी हसीन है , ज़िन्दगी से प्यार करो …..
हो रात तो सुबह का इंतज़ार करो …..
वो पल भी आएगा, जिस पल का इंतज़ार हैं आपको….
बस रब पर भरोसा और वक़्त पे ऐतबार करो ….

(27)

फूल सबनम में डूब जाते है,
झख्म मरहम में डूब जाते है |
जब आते है खत तेरे, हम तेरे गम में डूब जाते है.|

(28)

मोहबत को जो निभाते हैं उनको मेरा सलाम है,
और जो बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं उनको, हुमारा ये पेघाम हैं,
“वादा-ए-वफ़ा करो तो फिर खुद को फ़ना करो,
वरना खुदा के लिए किसी की ज़िंदगी ना तबाह करो”

(29

छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर,
जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर,
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर.

(30)

FAIL हुआ छात्र क्यों फेक दिया जाता हे,
पर FAIL हुआ उम्मीदवार मंत्री बन जाता हे,
इसीलिए मेरा देश सालो से FAIL हो रहा हे.

(31)

कली बेंच देगें चमन बेंच देगें,
धरा बेंच देगें गगन बेंच देगें,
कलम के पुजारी अगर सो गये तो…
ये धन के पुजारी वतन बेंच देगें।

(32)

पागल हे वो लोग जो अपने लवर को मिस किया करते हे,
अरे!! मिस करना हे तो मच्छर को करो,
जो अपनी जान पर खेल कर आप को किस किया करते हे.

(33)

पागल हे वो लोग जो अपने लवर को मिस किया करते हे,
अरे!! मिस करना हे तो मच्छर को करो,
जो अपनी जान पर खेल कर आप को किस किया करते हे.

(34)

अपनी तक़दीर में तो कुछ ऐसा ही सिलसिला लिखा है,
किसी ने वक़्त गुजारने के लिए अपना बनाया,
तो किसी ने अपना बना कर वक़्त गुज़ार लिया…..

(35)

वक्त नूर को बेनूर कर देता है,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता है,
कौन चाहता है अपने से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है !

(36)

अपनी तक़दीर में तो कुछ ऐसा ही सिलसिला लिखा है,
किसी ने वक़्त गुजारने के लिए अपना बनाया,
तो किसी ने अपना बना कर वक़्त गुज़ार लिया..

(37)

कोन किसका रकीब (enemy) होता है,
कोन किसका हबीब (friend) होता है,
बन जाते रिश्ते -नाते जहा,
जिसका नसीब होता है,
“अचरा विकास चौधरी ”

(38)

छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर,
जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर,
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर.

(39)

वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी…..

(40)

तू चाँद मे सितारा होता,
आसमान के एक आशियाना में,
एक आशियाना हमारा होता,
लोग तुम्हे दूर से देखते,
नज़दीक से देखने का हक़ बस हमारा होता.

Hindi Dosti Shayari

(41)

कोन जाने कब मौत का पैगाम आ जाए,
ज़िंदगी की आखरी शाम आ जाए,
हमे तो इंतजार है उस शाम का
जब हमारी ज़िंदगी किसी के काम आ जाए..

(42)

भगवान का दिया कभी अल्प नहीं होता,
जो टूट जाये वो संकल्प नहीं होता,
हार को जीत से दूर ही रखना,
क्योकि जीत का कोई विकल्प नहीं होता…

(43)

अकाल मृत्यु वो मरे जो कार्य करे चांडाल का,
कल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का.

(44)

दिल पे क्या गुज़री वो अनजान क्या जाने;
प्यार किसे कहते है वो नादान क्या जाने;
हवा के साथ उड़ गया घर इस परिंदे का;
कैसे बना था घोसला वो तूफान क्या जाने…

(45)

जिंदगी हे सफर का सील सिला,
कोइ मिल गया कोइ बिछड़ गया,
जिन्हे माँगा था दिन रत दुआ ओमे,
वो बिना मांगे किसी और को मिल गया.

(46)

मे तोड़ लेता अगर तू गुलाब होती,
मे जवाब बनता अगर तू सबाल होती,
सब जानते है मैं नशा नही करता,
मगर में भी पी लेता अगर तू शराब होती,.

(47)

मंज़िलो से अपनी डर ना जाना,
रास्ते की परेशानियों से टूट ना जाना,
जब भी ज़रूरत हो ज़िंदगी मे किसी अपने की,
हम आपके अपने है ये भूल ना जाना.

(48)

ज़िंदगी में अगर तुम अकेले हो तो प्यार करना सिख़लो,
और प्यार कर लिया हैं तो इज़हार करने भी सिख़लो.
अगर इज़हार करना नही सीखा तो,
ज़िंदगी भर प्यार के यादों में रोना सिख़लो….

(49)

ना सोचा था जिनके लिए हम मर मिटे,
एक दिन वही हमसे दूर हो जाएँगे,
जीने की तमन्ना तो हम भी रखते थे,
अब तेरे बिना कैसे जी पाएगे…

(50)

कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे,
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे,
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बून्द के लिए,
हम तो बादल है प्यार के…किसी और पर बरस जायेंगे.

(51)

मजनू को लैला का SMS नही आया..
मजनू ने 3 दिन से खाना नहीं खाया..
मजनू मरने वाला था लैला के प्यार में
और लैला बेती थी SMS FREE होने के इंतेज़ार में.

(52)

वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी…

(53)

तू चाँद मे सितारा होता,
आसमान के एक आशियाना में,
एक आशियाना हमारा होता,
लोग तुम्हे दूर से देखते,
नज़दीक से देखने का हक़ बस हमारा होता.

(54)

कोन जाने कब मौत का पैगाम आ जाए,
ज़िंदगी की आखरी शाम आ जाए,
हमे तो इंतजार है उस शाम का
जब हमारी ज़िंदगी किसी के काम आ जाए..

(55)

भगवान का दिया कभी अल्प नहीं होता,
जो टूट जाये वो संकल्प नहीं होता,
हार को जीत से दूर ही रखना,
क्योकि जीत का कोई विकल्प नहीं होता…

(56)

अकाल मृत्यु वो मरे जो कार्य करे चांडाल का,
कल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का,
“जय महाकाल”

(57)

दिल पे क्या गुज़री वो अनजान क्या जाने;
प्यार किसे कहते है वो नादान क्या जाने;
हवा के साथ उड़ गया घर इस परिंदे का;
कैसे बना था घोसला वो तूफान क्या जाने…

(58)

जिंदगी हे सफर का सील सिला,
कोइ मिल गया कोइ बिछड़ गया,
जिन्हे माँगा था दिन रत दुआ ओमे,
वो बिना मांगे किसी और को मिल गया.

(59)

मे तोड़ लेता अगर तू गुलाब होती,
मे जवाब बनता अगर तू सबाल होती,
सब जानते है मैं नशा नही करता,
मगर में भी पी लेता अगर तू शराब होती.

(60)

जिंदगी हे सफर का सील सिला,
कोइ मिल गया कोइ बिछड़ गया,
जिन्हे माँगा था दिन रत दुआ ओमे,
वो बिना मांगे किसी और को मिल गया.

(61)

मे तोड़ लेता अगर तू गुलाब होती,
मे जवाब बनता अगर तू सबाल होती,
सब जानते है मैं नशा नही करता,
मगर में भी पी लेता अगर तू शराब होती..

(62)

मंज़िलो से अपनी डर ना जाना,
रास्ते की परेशानियों से टूट ना जाना,
जब भी ज़रूरत हो ज़िंदगी मे किसी अपने की,
हम आपके अपने है ये भूल ना जाना.

सच्ची दोस्ती शायरी

(63)

ना सोचा था जिनके लिए हम मर मिटे,
एक दिन वही हमसे दूर हो जाएँगे,
जीने की तमन्ना तो हम भी रखते थे,
अब तेरे बिना कैसे जी पाएगे…

(64)

ज़िंदगी में अगर तुम अकेले हो तो प्यार करना सिख़लो,
और प्यार कर लिया हैं तो इज़हार करने भी सिख़लो.
अगर इज़हार करना नही सीखा तो,
ज़िंदगी भर प्यार के यादों में रोना सिख़लो….

(65)

कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे,
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे,
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बून्द के लिए,
हम तो बादल है प्यार के किसी और पर बरस जायेंगे.

(66)

मजनू को लैला का SMS नही आया
मजनू ने 3 दिन से खाना नहीं खाया,
मजनू मरने वाला था लैला के प्यार में,
और लैला बेती थी SMS FREE होने के इंतेज़ार में..

(67)

सितारो मे आप, हवाओ मे आप,
फ़िज़ाओ मे आप,
बहारो मे आप,
धूप मे आप,
छावो मे आप,
सच ही सुना है की बुरी आत्माओ का कोई ठिकाना नही होता.

(68)

रात गुमसूँ है मगर चेन खामोश नही,
कैसे कहदू आज फिर होश नही,
ऐसा डूबा तेरी आखो की गहराई मैं,
हाथ में जाम है मगर पीने का होश नही.

(69)

शायर तो हम है शायरी बना देंगे,
आपको शायरी मे क़ैद कर लेंगे,
कभी सूनाओ हमे अपनी आवाज़,
आपकी आवाज़ को हम ग़ज़ल बना देंगे.

(70)

मंज़िलो से अपनी डर ना जाना,
रास्ते की परेशानियों से टूट ना जाना,
जब भी ज़रूरत हो ज़िंदगी मे किसी अपने की,
हम आपके अपने है ये भूल ना जाना.

(71)

वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही,
इश्क़ में प्रेमी कभी झुकता नही,
खामोश हैं हम किसी के खुशी के लिए,
ना सोचो के हमारा दिल दुःखता नहीं.

(72)

ना हम कुछ कह पाते हे, ना वोह कुछ कह पाते हे,
एक दूसरे को देखकर गुजर जाया करते हे,
कब तक चलता रहेंगा ये सिलसिला,
ये सोचकर दिन गुजर जाया करते हे.

(73)

दोस्ती ज़िन्दगी का खूबशूरत लम्हा है,
जिसे मिल जाये तन्हाई में भी खुश,
जिसे न मिले भीड़ में भी अकेला.

(74)

आप को इस दिल में उतार लेने को जी चाहता है,
खूबसूरत से फूलो में डूब जाने को जी चाहता है,
आपका साथ पाकर हम भूल गए सब मैखाने,
क्योकि उन मैखानो में भी आपका ही चेहरा नज़र आता है….

(75)

दोस्ती से कीमती कोई जागीर नही होती;
दोस्ती से खूबसूर्त कोई तस्वीर नही होती;
दोस्ती यूँ तो कचा धागा है मगर;
इस धागे से मजबूत कोई ज़ंजीर नही होती.

(76)

विश्वास करो उस शक्ति पर,जो इस सृष्टि में रहती है ,
निराकार हो कर भी हर पल ,जो दुनिया थामे रहती है ,
धरती , सूरज, चाँद -सितारे ,अपने पथ पर चलते हैं ,
सदियों से सब चलते रहते ,कभी नहीं ये मिलते हैं,
जिसके एक इशारे पर ही ,ग्रह भी चाल बदलतें हैं ,
विश्वास करो उस शक्ति पर …………………….
बसंत ऋतू या गर्मी -सर्दी ,या हो बारिश का मौसम ,
हर मौसम खुशियां दे कर , कर देता है आँखें नम,
जिसके एक इशारे पर ही , रंग बदलता है मौसम ,
विश्वास करो उस शक्ति पर ………………….
बबिता राही

(77)

धोखा मिला जब प्यार में;
ज़िंदगी में उदासी छा गयी;
सोचा था छोड़ दें इस राह को;
कम्बख़त मोहल्ले में दूसरी आ गयी!

(78)

पत्ता भी हिलता है तो , उसी के हुकम से …………..
अधिकार है हमारा , खुद ही के कर्म से , …………..
मिलता है फल तेरे ही कर्म की नियत से …………
आदमी जीता अपने – २ विकारों से…………..
घटनाएं घटती है , हुकमें मंजूरे खुदा से …………..
चाँद – तारे भी तू ही उगा रहा है ………….
रोशन है ये जहां हमारा ,…………
होता सब कुछ तेरे ही रहमों कर्म से ………….
है सत्तापति एक ही , जो पूरा ब्रह्माण्ड चलारहा है …………
सिर्फ तेरा ही घर नहीं ,…………
वो तो जीव – जंतु सभी को चला रहा है ……………….
देता है वो जिसे भी सत्ता , ……………
मिलती सत्ता उसे उसी के हुकम से ……………..
रखना याद इतना , है ये सत्ता उसी की ,………….
तू भी जीता है उसी के रजा से…………….
दुरूपयोग होता जब भी सत्ता का , ………….
गिरता फिर वापस तू उसी के हुकम से………………..
संत की तपस्या भंग हो तो वो राजा होजाता है ……………
पर जब भी राजा की तपस्या भंग हो , ………..
पुनः लोटता नरक , अपने ही कर्म से ………….
पत्ता भी हिलता है तो , उसी के हुकम से ………………….
अधिकार है हमारा , खुद ही के कर्म से ,…………
मिलता है फल तेरे ही कर्म की नियत से …………………….
– राजकुमार खन्ना

(79)

ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता,
बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
है जो पास उसे संभाल के रखना,
खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता…

पुराने दोस्त पर शायरी

(80)

शादी एक ऐसा मिलन है…
जो अच्छे मित्रों की तरह रहने के इरादे से शुरू किया जाता है,
और दिन-ब-दिन ये इरादे बदलते जाते हैं।

(81)

खूबसूरत है वो लब……जिन पर,
दूसरों के लिए कोई दुआ आ जाए!!
खूबसूरत है वो दिल जो किसी के,
दुख मे शामिल हो जाए !

जिग्री दोस्ती शायरी

(82)

कर्म तेरे अच्छे हे तो
किस्मत तेरी दासी है!
नियत तेरी अच्छी है तो
घर तेरा मथुरा कशी है!

(83)

बादल हो या बियर का नशा… अचानक से छा ही जाता है…
प्यार हो या चेहरे पे पिंपल…सबकी नज़र मे आ ही जाता है..
दाँत का दर्द हो या गर्ल फ्रेंड की शादी, आँखो मे आँसू आ ही जाते है……

(84)

चिकनी चुपड़ी बातों से, फितरत का पता नहीं चलता,
अंदर क्या है बाहर क्या है, इसका पता नहीं चलता,
जो मीठेपन का लेप चढ़ा कर प्यारी बातें करते हैं,
वो कटुता का कब रंग दिखादें, इसका पता नहीं चलता.

(85)

वोटों के खातिर निकले हैं ,
कुछ सौदागर लेके बण्डल नोटों के ,………….
बिकती है हर चीज यहाँ ,
खरीदार है यहाँ कुछ नेता वोटों के ,………….
भ्रष्टाचार को भ्रष्टाचार के नाम से ही बेच रहे है ,
काले धन के है ये वेपारी वोटों के। ………….
गरीबी वो क्या मिटायेंगे ? मिटाकर गरीबों को ,
जमीन भी बेच खायी , ये सौदागर हैं वोटों के……………..
वोटों के खातिर निकले हैं ,
कुछ सौदागर लेके बण्डल नोटों के ,………….

(86)

ऐसे वक्त गुजर गया SMS करते हुए तेरे प्यार में ,
होश ही नहीं रहा कि मैं बैठा हूँ क्लास में ,
पीछे मुड़ कर देखा तो टीचर खड़ी थी पास में……..

(87)

आँखों मे आ जाते है आँसू,
फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है,
ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो,
जिस से करते है उसीसे छुपानी पड़ती है…

(88)

हज़ारो की किस्मत तेरे हाथ थी,
अगर पास कर देता तो क्या बात थी?
God:
गर्लफ्रेंड थोड़ी कम बनता तो क्या बात थी?
किताबे तो सारी तेरे पास थी !!

(89)

एक जुर्म हुआ है हम से एक यार बना बैठे हैं,
कुछ अपना उसको समझ कर सब राज़ बता बैठे हैं,
फिर उसकी प्यार की राह में दिल ओर जान गवा बैठे हैं,
वो याद बहुत आते हैं जो हुमको भुला बैठे हैं.

(90)

मिलते रहे हैं मंत्री ऐसे , देखो तो जरा ये , देश को मंतर रहे हैं कैसे …………..
चुनाव में खड़े हैं संत्री ऐसे , देखों तो ज़रा , जैसे देश का पेरा ये ही दे रहे हो जैसे ………….
कुछ तो हैं ठेकेदार ऐसे , चले हैं लेने ठेका ५ साल का देश का जैसे …………….
दिखा रहे हैं चाँद ऐसे , मांगते हैं लेके कटोरा वोटों की भीखों का जैसे ………………..
दिखा रहे हैं झाड़ू ऐसे , निकले हो करने देश को साफ़ जैसे ……………….
खिला रहे हैं कमल ऐसे , कीचड़ की चाय पिलाने देश को निकले हो जैसे ………………….
दिखा रहे हो पंजा ऐसे , जकड लिया हो दम घोटने को देश को जैसे …………………….
मिलते रहे हैं मंत्री ऐसे , देखो तो जरा ये , देश को मंतर रहे हैं कैसे ……………………
काश मिलजाए इस देश को मंत्री ऐसे , राम ने भी देश कभी चलाया था जैसे ……………

(91)

आँखों मे आ जाते है आँसू,
फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है,
ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो,
जिस से करते है उसीसे छुपानी पड़ती है…

(92)

गमो मे हँसने वालो को भुलाया नही जाता,
पानी को लहरो से हटाया नही जाता,
बनने वाले बन जाते है,
अपने कहकर किसी को अपना बनाया नही जाता ।

(93)

रोती हुई आँखो मे इंतेज़ार होता है,
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यू देखते है हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी उनके सच होने
का इंतेज़ार होता है?…..

(94)

कितने ही वादे करवालो, नेताओं का क्या जाने वाला,
अभी जैसा चाहो उन्हें नचाओ, उनका क्या जाने वाला,
कुछ दिन और बचे हैं जितनी चाहो खुशी मनालो,
फिर तो रोना ही रोना है ईश्वर भी नहीं बचाने वाला.

(95)

आज कल हर जगह वोटों के भिखारी निकल पड़े हैं,
कुटिल राजनीति के मझे हुए खिलाडी निकल पड़े हैं,
गलतियों का दोष औरों पर मढने का जो चलन है,
उसे निभाने के लिये बहुत से अनाड़ी निकल पड़े हैं,
जनता को वो झूंठे वादे अब फिर से मिलने वाले हैं,
हम जनता के सेवक हैं झांसे फिर से मिलने वाले हैं,
दुनिया की सारी सुख सुबिधायें अब जनता की हैं,
सावधान जनता अब वोटों के भिक्षुक मिलने वाले हैं.

(96)

बिना पुकारे हमें साथ पाओगे,
करो वादा कि दोस्ती आप निभाओगे,
हम ये नही कहते कि हमें रोज याद करना,
बस याद करना उस वक्त जब अकेले अकेले चॉकलेट खाओगे.

(97)

रोती हुई आँखो मे इंतेज़ार होता है,
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यू देखते है हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी उनके सच होने
का इंतेज़ार होता है?…..

(98)

कितने ही वादे करवालो, नेताओं का क्या जाने वाला,
अभी जैसा चाहो उन्हें नचाओ, उनका क्या जाने वाला,
कुछ दिन और बचे हैं जितनी चाहो खुशी मनालो,
फिर तो रोना ही रोना है ईश्वर भी नहीं बचाने वाला.

(99)

आज कल हर जगह वोटों के भिखारी निकल पड़े हैं,
कुटिल राजनीति के मझे हुए खिलाडी निकल पड़े हैं,
गलतियों का दोष औरों पर मढने का जो चलन है,
उसे निभाने के लिये बहुत से अनाड़ी निकल पड़े हैं,
जनता को वो झूंठे वादे अब फिर से मिलने वाले हैं,
हम जनता के सेवक हैं झांसे फिर से मिलने वाले हैं,
दुनिया की सारी सुख सुबिधायें अब जनता की हैं,
सावधान जनता अब वोटों के भिक्षुक मिलने वाले हैं.

(100)

बिना पुकारे हमें साथ पाओगे,
करो वादा कि दोस्ती आप निभाओगे,
हम ये नही कहते कि हमें रोज याद करना,
बस याद करना उस वक्त जब अकेले अकेले चॉकलेट खाओगे.

(101)

बिना पुकारे हमें साथ पाओगे,
करो वादा कि दोस्ती आप निभाओगे,
हम ये नही कहते कि हमें रोज याद करना,
बस याद करना उस वक्त जब अकेले अकेले चॉकलेट खाओगे.

Dosti Shayari Stylish in Hindi

(102)

तुम्हारी याद दिल से जाने नहीं देंगे,
तुम्हारे जैसा दोस्त खोने भी नहीं देंगे,
रोज़ शराफ़त से SMS किया करो वरना,
एक कान क नीचे देंगे ओर रोने भी नहीं देंगे.

(103)

दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहेता हे,
हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहेता,
हे कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो,
गुजारो वो अफ़साना मौत तक याद रहेता हे.

(104)

आँखों में दोस्तो जो पानी है,
हुस्न वालों की ये मेहरबानी है,
आप क्यों सर झुकाए बैठे हैं
क्या आपकी भी यही कहानी है।

(105)

तेरी दोस्ती ने बहुत कुछ सीखा दिया,
मेरी खामोश दुनिया को जैसे हँसा दिया,
कर्ज़दार हूँ मैं खुदा का,
जिस ने मुझे आप जैसे दोस्त से मिला दिया।

(106)

जीने की नयी अदा दी है,
खुश रहने की उसने दुआ दी है,
ऐ खुदा मेरे दोस्तों को सालामत रखना,
जिसने अपने दिल में मुझे जगह दी है।

(107)

दोस्ती से बड़ी कोई जागीर नहीं होती,
इससे अच्छी कोई तस्वीर नहीं होती,
एक प्यार का नाज़ुक सा धागा है दोस्ती,
फिर भी इससे पक्की कोई ज़ंजीर नहीं होती।

(108)

Na jaane kyun mein tujh se kuch zyada rootha karti hoon,
Teri doori seh jaaye is ke liye dil ko apne manaya karti hoon
Kabhi to tujhe jaise bahut hi bura keh leti hoon per dost jab
Teri dosti ki misaale yad aati hai tujhe duaein diya krti hoon.

(109)

Maangi thi dua humnein rab se,
Dena mujhe dost jo alag ho sbse,
Usne mila diya hume aapse or kaha,
Sambhalo inhe ye anmol hai sab se.

(110)

Dosti mausam nahi,
Apni mudat puri kare or rukhsat ho jaye.
Dosti sawan nahi,
Toot k barse aur tham jaye.
Dosti aag nahi,
Sulge bharke aur rakh ho jaaye.
Dosti aftab nahi,
Chamke aur fir doob jaye,
Dosti phool nahi,
Khile aur murjha jaaye.
Dosti to saans hain,
Jo chale toh sab kuchh hain,
Jo toot jaaye toh kuchh bhi nahi.

(111)

Teri dosti mein khud ko mehfooz mante hain,
Hm dosto me tumhe sbse azeez maante hain,
Teri dosti ke saaye mein zinda hain,
Hm to tuje khuda ka diya hua tabeez mante hai.

(112)

Ae dost teri yaad mein dil ka usool hain
Hm tujhko bhul jayenge ye teri bhul hai,
Meri aankho se koi aansu na nikla lekin,
Ghar ke har dar se rone ki sada aati hai,
Shikwe b ziyada h or shikayat b bahut h
Or is k liye dil me mohabbat bhi bahut hai,
Tum anjan se bichad jao to mayus na hona,
Kyuki rishto k nibhane me musibt b bahut h.

(113)

Kya mangu khuda se apko pane k bad,
Kiska karu intezar aapke aane k bad,
Kyu doston pe jaan lutate hain log,
Malum hua aapko dost banane ke bad.

(114)

Aap Nhi To Jindagi Me Kya Rah Jayega,
Dur Tk Tanhaiyon Ka Silsila Rah Jayega,
Har Kadam Par Saath Chalna Mere Dost,
Varna Aapka Ye Dost Akelaa Rah Jayega.

(115)

Zindagi me bar bar sahara nhi milta,
Bar bar koi pyar se pyara nahi milta,
Hai jo paas use sambhal kar rakho,
Khokar wo yaar fir dobara nahi milta.

(116)

Uske Sath Rahte Rahte Hame Chahat Si Ho Gayi,
Usse Baat Karte Karte Hamein Aadat Si Ho Gayi,
Ek Pal B Na Mile To Najane Becheni Si Rehti Hai,
Dosti Nibhate Nibhate Hume Mohabbat Si Ho Gayi.

(117)

Baarish Se kuch bunde Maang Lenge,
Chand Se Chandni udhar Maang Lenge,
Agar Teri Dosti Naseeb Hui Aye Dost,
To Khuda Se Ek Aur Zindagi Maang Lenge.

(118)

Dosti to sirf ittefaq se hoti hai,
Yahi to dilo’n ki mulaqat hai,
Dosti nahi dekhti ye din hai ki raat hai,
Isme to sada hoti irf wafadari or jazbaat hai.

(119)

Dosti dard nahi khushiyo ki saugat hai,
Kisi apne ka jindagi bhar ka saath hai,
Ye to dilo ka wo khubsurat sa ehsaas hai,
Jiske dum se roshan ye saari kayanaat hai.

(120)

Dosti hoti nahi bhool jaane ke liye,
Dost hote nahi bichhad jaane ke liye,
Dosti karke khush rahoge itna ki,
Waqt nahi milega tumhe aansu bahaane ke liye.

(121)

Door Ho Jaun To Zara humara Intezaar Karna,
Apne Dil Ko Na Yoon kabhi tum Bekarar Karna,
Laut Kar Aayenge Hum sada, chahe Jaha Bhi Jayenge,
Bas Humari Dosti Par tum dil se Aitbar Karna.

(122)

Ye Zindagi Bhi Kabhi Bewafa Si Lagti Hai,
Khushi Milti Hai kabhi to kabhi Phir Bichadti Hai,
Dosto Ki Dosti Kuch Aisa Asar Karti hai zindagi pe,
Use Hi To Ye saari Zindagi ki kayanat Sanwarti Hai.

(123)

Teri Dosti Hum Iss Tarah Nibhayenge,
Tum Roz Khafa Hona or Hum Roj Manayenge,
Par Maan Jaana Manane Se tum,
Warna Ye Bheegi Palke Le Ke hum Kaha Jayenge.

(124)

Dosti Phool Nahi Jo Murjha Jaaye,
Dosti Mausam Nahi Jo Badal Jaaye,
Dosti To Dhadkan Hai Jo rahe To Sab Kuch Hai,
Aur Agar dhadkan bhi Na rahe Toh Kuch Bhi Nahi hai.

(125)

Ye dil na jaane kya kar baitha,
Mujhse puche bina hi faisla kar baitha,
zameen par toota sitara to kabhi nahi girta,
Aur ye pagal hai ki chand se dosti kar baitha.

(126)

ye Karz Dosti mein Ada Kon Karega,
Hum Na Rahe To Dosti Kaun Karega,
aye Khuda Mere Dosto Ko Salamat Rakhna,
Warna Meri Shaadi Mein, bhangda Kaun karega.

(127)

दिल लगी दोस्तो के नाम होती है, 
दिल दारी दोस्तो की शान होती है,
 रहोगे दिल में जो मेरे हमसा तुम, 
यही सच्ची दोस्ती की पहचान होती है।

(128)

दिल से दिल कभी जुदा नहीं होते, 
यू ही किसी पर कभी फिदा नहीं होते, 
दोस्ती का रिश्ता बड़ा है प्यार से, 
कहते हैं दोस्त कभी बेवफा नहीं होते।

(129)

लोग कहते हैं की जिसे हम से दोस्ती की है,
वो चांद का एक प्यारा सा टुकड़ा है,
‘जगा’ कहता है की जिनसे हम ने दोस्ती की है,
चांद उस शक का एक टुकड़ा सा है।

(130)

Aapki dosti ko ek nazar chahiye,
Dil hai be-ghar use ek dil chahiye,
Bas yoon hi sath chalte raho aye dost,
Ye Dosti hume saari umar bhar chahiye.

(131)

लोग कहते हैं की जिसे हम से दोस्ती की है, 
वो चांद का एक प्यारा सा टुकड़ा है,
 ‘जगा’ कहता है की जिनसे हम ने दोस्ती की है, 
चांद उस शक का एक टुकड़ा सा है।

(132)

अंधेरे में रास्ता देखना मुश्किल होता है, 
तूफ़ान में दिया जलाना मुश्किल होता है, 
किसी से भी दोस्ती करना इतना मुश्किल नहीं होता, 
मगर दोस्ती निभा पाना ही सबसे मुश्किल होता है।

(133)

हम मिले नहीं भूल जाने के लिए, 
जिंदगी मिली है आपको हसने के लिए, 
हमसे दोस्ती जो रखोगे तो इतनी खुशी देंगे, 
वक्त ही नहीं मिलेगा, तुम्हारे अंशु बहाने के लिए।

(134)

एहसास दूर का वक्त के साथ भी होगा, 
गुजरात लम्हो में यादों का ख्वाब भी होगा, 
हम तो ना रहेंगे आपकी जिंदगी में अब, 
मगर मेरी दोस्ती का असर मेरे बाद भी होगा।

(135)

दोस्ती भी क्या चीज होती है, 
मगर ये भी किसी-किसी को नसीब होती है, 
पके हुए हैं जो कासके दमन इस्का, 
समझो जन्नत हमशा उनके करीब होती है.

(136)

दोस्ती के बिना जिंदगी वीरान होती है, 
अकेले हर राह मेरी सुनसान होती है, 
सच्चे दोस्त का होना है बड़ा जरुरी याहा, 
क्योंकी दोस्त से उसकी मुश्किल आसान होती है।

(137)

हर आहत तुम्हें एहसास हमारा दिलायेगी, 
हर हवा का झटका खुशबू हमारी लेगा, 
हम दोस्ती कुछ ऐसे निभाएंगे, 
की हम हो ना हो तो हमारी याद तुम्हारे रहेंगे।

(138)

जब दोस्ती की दस्ता ये वक्त सुनेगा, 
हमको कोई बिछड़ा हुआ साथी याद आएगा, 
हम भूल जाएंगे जिंदगी के गमों को, 
जब साथ गुजरा हुआ वक्त हमें याद आएगा.

(139)

आपकी आँखों में कभी आने ना देंगे, 
आपकी ये प्यारी सी दोस्ती यू जाने ना देंगे, 
आगर मिटना पड़ा कभी हमारी दोस्ती के खतीर, 
कसम से हम ऐसा ये मौका भी हाथ से जाने ना देंगे।

(140)

Dost ek sahil hai tufaano ke liye,
Dost ek aaina hai armaano ke liye,
Dost ek mehfil hai anjaano ke liye,
Dosti ek khawish hai aap jaise dost pane ke liye.

(141)

wo bewafayi kabul hai wafa ke liye,
wo aansu bhi kabul hai hansi ke liye, 
Hum to mohtaaz hai aapke pyar ke,
baaki dushmani bhi kabul hai aapki dosti ke liye.

(142)

Phool ki shuruwat kali se hoti hai,
Zindagi ki shuruwat jaan se hoti hai, 
Pyar ki shuruwat hoti hai dosti se,
aur Dosti ki shuruwat aapse hoti hai.

(143)

dosti mein dil ka tamasha dekha nahi jata,
humse toota hua seesha dekha nahi jata,
apne hisse ki khusiya bhi de du tujhe,
aye dost tera utra hua chehra dekha nahi jata.

(144)

दोस्ती ग़ज़ल है, गुनगुनाने के लिए, 
दोस्ती नगमा है, सुनाने के लिए, 
ये वो जज्बा है जो सबको मिलता नहीं, 
क्यूकी हौसला चाहिए दोस्ती निभाने के लिए।

(145)

तूफ़ान में बिखरते चले गए, 
तनहाई की गहराई में उतरते चले गए, 
जन्नत थी हर सुबह शाम जिन दोस्तो के साथ, 
एक-एक कर के सब बिछदते चले गए।

(146)

दोस्ती इंसान की ज़रुरत है, 
दिलों पे दोस्ती की हुक्मत है, 
आपके प्यार की वजह से जिंदा है हम, 
वर्ना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है।

(147)

प्यार कहते हैं, मोहब्बत कहते हैं, 
कुछ लोग बंदगी कहते हैं इस्तेमाल करते हैं, 
मगर जिनके साथ हम दोस्ती करते हैं, 
हम उन अपनी जिंदगी कहते हैं।

(148)

Jitna dosti paayi hai aapse,
aur bhi zyada paane ko jee chahta hai,
Jaane kon si khubi hai aap mein ki,
zindagi bhar dosti nibhane ko jee chahta hai.

(149)

Dard se aankhein chaar kar lenge,
hum bhi imtehaan-e-dosti de denge,
teri dosti ki khatir aye dost,
hum dushmano se bhi pyaar kar lenge.

(150)

Dost tera mujhe bahut sahara hai,
warna is duniya mein kaun hamara hai,
log marte hai maut aane par,
hame to aapke dosti ne hamesha mara hai.

(151)

दोस्ती से प्यारी कोई मजबूरी नहीं होती, 
कामी दोस्तो की कभी पूरी नहीं होती। 
दिलों का जुदा होना एक अलग बात है, 
नज़रों से दूर होना कोई दूर नहीं होती।

(152)

कुछ बाते उनकही रह गई, 
कुछ याद अजनबी बन गई, 
सोचा था निभाएंगे हम दोस्ती तमं उमर, 
पर आज वही दोस्ती एक फरेब बन गई।

(153)

दोस्ती में दूरियां तो आती रहती है, 
फिर भी दोस्ती दिलों को मिला देती है, 
वो दोस्ती ही क्या जो नराज ना हो, 
प्रति सच्ची दोस्ती दिलो को माना ही लेती है।

(155)

दोस्ती एक नगमा है जिसे गुनगुनता हूं मैं, 
दोस्ती वो रिश्ता है जिसे निभाना हु मैं, 
अकेले जिंदगी कट नहीं शक्ति है, 
इसिलिए आप जैसे प्यारे दोस्त बनाता हूं मैं।

मै निशांत सिंह राजपूत इस ब्लॉग का लेखक और संस्थापक हूँ, अगर मै अपनी योग्यता की बात करू तो मै MCA का छात्र हूँ.

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